
दुनिया में कई देश ऐसे हैं जहाँ आर्थिक अस्थिरता, राजनीतिक तनाव और महँगाई के कारण उनकी राष्ट्रीय मुद्राएँ बेहद कमजोर हो चुकी हैं। किसी मुद्रा का “कमज़ोर” होना मतलब वह डॉलर, यूरो या अन्य अंतरराष्ट्रीय मु

भारतीय रुपया एक बार फिर रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गया है। हाल ही में डॉलर के मुकाबले रुपया 90.14 तक गिर गया, जो अब तक का सबसे कमजोर स्तर है। इस तेजी से गिरावट ने आम लोगों से लेकर निवेशकों तक सभी की

भारतीय अर्थव्यवस्था आज कई महत्वपूर्ण गतिविधियों और संकेतों के बीच संतुलन साधती नजर आई। घरेलू बाजार में हल्की मजबूती रही, जबकि वैश्विक संकेतों ने निवेशकों को मिश्रित संदेश दिए। उद्योग, व्यापार, महंगाई

सोने की चमक एक बार फिर चर्चा में है, लेकिन इस बार इसकी वजह तेजी नहीं, बल्कि हाल की गिरावट है। पिछले कुछ हफ्तों से अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में सोने की कीमतों में लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। भार

हाल ही में वैश्विक वित्तीय जगत में एक नई चेतावनी उठी है, जो निवेशकों और विशेषज्ञों दोनों के लिए चिंता का विषय बन गई है। यह चेतावनी है “AI बुलबुला शेयर बाजार में भारी गिरावट ला सकता है”। दुनिया की प्रम





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